लाना
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]लाना ^१ क्रि॰ अ॰ [हिं॰ लेना + आना, ले आना]
१. कोई चीज उठाकर या अपने साथ लेकर आना । कोई चीज उप जगह पर ले जाना, जहाँ उसे ग्रहण करनेवाला हो; अथवा जहाँ ले जानेवाला रहता हो । ले आना । जैसे,—(क) जरा वह किताब तो लाना । (ख) आप जब जाते हैं, तब कुछ न कुछ लाते हैं । (ग) उनकी स्त्री मैके से बहुत सा धन लाई है । संयो॰ क्रि॰—देना ।
२. प्रत्यक्ष करना । उपस्थित करना । सामने रखना । जैसे,—(क) अब आप यह नया रंग लाए हैं । (ख) वह जब आता है, तव नया रूप लाता है । (ग) अब वह उनपर मुकदमा लावेगा ।
३. उत्पन्न करना । पैदा करना । देना या सामने रखना । जैसे,—इस साल ये पेड़ बहुत फल लाए है ।
लाना ^२ क्रि॰ स॰ [हि॰ लाय ( = आग) + ना (प्रत्य॰)] आग लगाना । जलाना । उ॰—(क) कंत वीसलोचन बिलोकिए कुमत फल, ख्याल लंक लाई कपि राँड की सी झोपड़ी ।— तुलसी (शब्द॰) । (ख) गोपद पयोधि करि होलिका ज्यौ लाय लंक, निपट निशंक पर पुर गलबक भो ।—तुलसी (शब्द॰) ।