टका
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]टका संज्ञा पुं॰ [सं॰ टक्क]
१. चाँदी का एक पुराना सिक्का । रुपया । उ॰—(क) रतन सेन हीरामन चीन्हा । लाख टका बाह्यन कँह दीन्हा ।—जायसी (शब्द॰) (ख) लाख टका अरु झूमक सारी दे दाई को नेग ।—सूर (शब्द॰) ।
२. ताँबे का एक सिक्का जो दो पैसों के बराबर होता हैं । अधन्ना । दो पैसे । जैसे—अँधेर नगरी चौपठ राजा । टके सेर भाजी टके सेर खाजा । मुहा॰—टका पास न होना = निर्धन होना । दरिद्र होना । टका सा जवाब देना = (१) खट से जवाब देना । तुरंत अस्वीकार करना । किसी की प्रार्थना, याचना, अनुरोध या आज्ञा को तुरंत अस्वीकार करना । साफ इनकार करना । कोरा जवाब देना । जैसे,—मैंने दो दिन के लिये उनसे घोड़ा माँगा तो उन्होंने टका सा जबाव दे दिया । (२) साफ जवाब देना कि मैंने इस काम को नहीं या मैं इस बात को नहीं जानता । साफ निकल जाना । कानों पर हाथ रखना । टका सा मुँह लेकर रह जाना = छोटा सा मुँह लेकर रह जाना । लज्जित हो जाना । खिसिया जाना । टका सी जान = अकेला दम । एका ही जीव । (स्त्री॰) । टके ऐंठना = अनुचित रूप से या धूर्तता से रुपया प्राप्त करना । रुपया ऐंठना । उ॰—क्यों टका सा जबाब उसको दें । जिस किसी से सदा टके ऐंठे ।—चोखे॰, पृ॰ २७ । टके की औकात = (१) साधारण वित्त का आदमी । गरीब आदमी । (२) अस्तित्वहीनता । उ॰—हम गरीब आदमी हैं, टके की हमारी औकात ।— फिसाना॰, भा॰ ३, पृ॰ ८७ । टके को न पूछना = लेशमात्र महत्व न देना । महत्वहीन समझना । उ॰—भूखों मरते हैं कोई टके को भी नहीं पूछता । फिसान॰, भा॰ ३, पृ॰ ३६७ । टके कोस का दौड़नेवाला = थोड़ी मजूरी पर अधिक परिश्रम करनेवाला । गरीब नौकर । उ॰—टके कोस के दौड़नेवाले, हमको दौड़ने धूपने से काम है ।—सैर कु॰, भा॰ १, पृ॰ ३१ । टके गज की चाल = मोटी चाल । किफा- यत से निर्वाह । †टके गिनना = हुक्के का गुड़ गुड़ बोलना ।
३. धन । द्रव्य । रुपया पैसा । जैसे,—जब टका पास में रहेगा, अतब सब सूनेंगे ।
४. तीन तोले की तौल । दो बालशाही पैसे भर की तौल । आधी छँटाक का मान । (वैद्यक) । मुहा॰—टका भर = (१) तीन तोले का परिमाण । (२) थोड़ा सा । जरा सा ।
५. गढ़वाल की एक तौल जो सवा सेर के बराबर होती है ।