ग
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यूनिकोड नाम | देवनागरी अक्षर ग |
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देवनागरी | U+0905 |
उच्चारण
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]ग व्यंजन के ? में कवर्ग का तीसरा वर्ण । इसका उच्चारणस्थान कंठ है और शिक्षा में यह 'क' का गंभीर संस्पृष्ट रूप माना गया है । इसका प्रयत्न अघोष अल्पप्राण है ।
ग ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. गीत ।
२. गंधर्व ।
३. गुरुमात्रा ।
२. गणेश ।
ग ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. गानेवाला । जैसे,—सामग ।
२. जानेवाला । पहुँचानेवाला । जैसे,—अध्वग, कठग । विशेष—इस अर्थ में यह समस्त शब्दों के अंत में आता है ।