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हस्ताक्षर जालसाजी

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एक ही व्येक्ती के अलग अलग समय पर लिए गए हस्ताक्षर

हस्ताक्षर जालसाजी एक गंभीर अपराध है। किसी व्यक्ति द्वारा किसी भी दस्तावेज पर अन्य व्यक्ति के जाली हस्ताक्षर करना, हस्ताक्षर जालसाजी कहलाती है। कई हस्ताक्षर जालसाज तो इतने अनुभवी होते है कि उनका अपराध साबित करना मुश्किल हो जाता है किन्तु फिर भी हमारे न्यायालिक अनुभवी उनकी जालसाजी साबित करने में सक्षम होते हैं।

हस्ताक्षर जालसाजी में कई प्रकार के तरीके इस्तेमाल किए जाते है। जिनका विवरण इस प्रकार है[1] -

  • अनुरेखण जालसाजी (tracing)
  • सिमुलेटेड जालसाजी (simulated)

विश्लेषण

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हस्ताक्षर करने के तरीके से व्यक्ति का पता लगाया जा सकता है, क्योंकि हर व्यक्ति के अपने हस्ताक्षर की कुछ विशेषताएँ होतीं हैं। उनका अध्ययन कर के पता लगाया जा सकता है जैसे कि;

  • अस्थिर लिखावट
  • हस्ताक्षर करते समय कितनी बार पेन उठाया गया है।
  • परिष्करण के लक्षण

सन्दर्भ

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  1. Jackson, Andrew R. W. (2007). Forensic Science. Pearson Education. पपृ॰ 235–238.