“ | पर तुम मेरे खिलाफ इतनी हद तक क्यों... क्यों आए? | ” |
— जॉन, नोबिता से
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कैप्टेन सिल्वर (असली नाम: जॉन हार्बर) फिल्म डोरेमोन: नोबिताज़ ट्रैजर आइलैंड का मुख्य प्रतिपक्षी है। वह फ्लॉक और साराह का पापा है। अपनी पत्नी के मौत से प्रेरणा लेकर वह इंसानियत को इसके अनचाहे अंत से बचाने के लिए कुछ भी कुर्बान करने को तैयार हो जाता है।
दिखावट[]
जब फिओना ज़िंदा थी, जॉन एक युवा था जिसकी एक्वा नीली आँखें थी।
कहानी[]
वैज्ञानिक जीवन[]
अपने यौवन में जॉन एक वैज्ञानिक हुआ करता था जो तेल और परमाणुवीय ताकत से अलग एक विकल्प के लिए अनुसंधान करता था। वह अपने बच्चे साराह और फ्लॉक के साथ ख़ुशी से रहता है। पर उसकी ज़िन्दगी में मोड़ तब आती है जब फिओना इस अनुसंधान के चलते आए तनाव की वजह से गुज़र गई। जाने से पहले फिओना ने उससे कहा था कि वह उसकी जगह पर उसके बच्चों और उनके भविष्य का ख़याल रखे। पर जॉन ने फिओना के निवेदन का गलत मतलब निकाल लिया।
इंसानियत को बचाने की योजना[]
जॉन ने फ्लॉक और साराह के साथ वक्त बिताना बिलकुल बंद कर दिया, और अपने गलत अनुसन्धान में जुट गया। उसने बस क्विज़ को ही उनके आखिरी तोहफे के हिसाब से रखा। वह एक टाइम मशीन बनाकर साल २२९५ में गया और उसने इस ग्रह को बिना जीवन के देखा जहाँ सभ्यता का नाम ही बदल चुका है। यह सब देखकर वापस आता है और इस पीढ़ी की पूरी ताकत से एक दूसरे ग्रह पर जाकर रहने लायक दुनिया बनाने के लिए एक स्पेसशिप बनाता है। वह अपने आप को "कैप्टेन सिल्वर" का नाम देता है और अनुगामी इकट्ठे करके अपनी एक फ़ौज बना ले��ा है। वह अपनी पत्नी के जहाज़ के काम को बदल लेता है और अपने बच्चों से दूर हो जाता है।
हार[]
जब वह अपनी योजना पर सफल हो ही रहा होता है, डोरेमोन और समूह फ्लॉक और साराह को पाते हैं जो उन्हें सब कुछ बताते हैं। उसके बाद पूरी समूह उसकी योजना में दखल देने को तैयार हो जाती है। आखिरी पल में जब सराह और फ्लॉक खुद उसे यह बात समझाते हैं कि बिलकुल 'पागल' होकर अपनी मर्ज़ी चलाने पर किसी का भी कुछ भी भला नहीं होने वाला, उसे इस बात का एहसास होता है और वह अपनी योजना को रोकने को तैयार हो जाता है और अपने परिवार का अच्छे से ख़याल रखने का वादा करता है।
सामान्य ज्ञान[]
- उसका नाम "ट्रैजर आइलैंड" नॉवेल से लॉन्ग जॉन सिल्वर से मिलता है।
- उसका काम डिज्नी के ट्रैजर आइलैंड फिल्म के पात्र लेलैंड हॉकिंस जैसे है; दोनों फिल्म के अर्ध-प्रतिपक्षियाँ हैं।