वुलर​ झील (Wular Lake) भारत के जम्मू और कश्मीर प्रदेश के बांडीपोरा ज़िले में स्थित एक मीठे जल की झील है। यह भारत की सबसे बड़ी मीठे पानी की झील है। यह झेलम नदी के मार्ग में आती है और झेलम इसमें पानी डालती भी है, और फिर आगे निकाल भी लेती है। मौसम के अनुसार इस झील के आकार में बहुत विस्तार-सिकोड़ होता रहता है - इसका अकार ३० वर्ग किमी से २६० वर्ग किमी के बीच बदलता है। अपने बड़े अकार के कारण इस झील में बड़ी लहरें आती हैं। तुुलबुल परियोजना इसी झील पर स्थित है।[2][3][4][5]

वुलर झील
Wular Lake
ولر جھیل
वुलर झील
वुलर झील is located in जम्मू और कश्मीर
वुलर झील
वुलर झील
जम्मू और कश्मीर में स्थान
स्थानबांडीपूर ज़िला, जम्मू और कश्मीर
निर्देशांक34°20′N 74°36′E / 34.333°N 74.600°E / 34.333; 74.600निर्देशांक: 34°20′N 74°36′E / 34.333°N 74.600°E / 34.333; 74.600
मुख्य अन्तर्वाहझेलम नदी, मधुमति नाला
मुख्य बहिर्वाहझेलम नदी
द्रोणी देश भारत
अधिकतम लम्बाई16 किमी
अधिकतम चौड़ाई9.6 किमी[1]
सतही क्षेत्रफल30 कि॰मी2 (12 वर्ग मील) से 260 कि॰मी2 (100 वर्ग मील)
अधिकतम गहराई14 मी॰ (46 फीट)
सतही ऊँचाई1,580 मी॰ (5,180 फीट)
द्वीपज़ैनुल लंक
बस्तियाँबांडीपोरा

पुराना नाम व नामोत्पत्ति

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प्राची��काल में 'महापद्म देवता' इस झील के अधिदेवता थे और उनके नाम पर इस झील को 'महापद्मसर' कहा जाता था। झील का अकार बड़ा होने से यहाँ दोपहर में बड़ी लहरें उठती हैं जिस से इसकी शांत सतह पर देखते-ही-देखते ऊँची और ख़तरनाक लहरे उठने लगती हैं। संस्कृत में इन कूदती हुई लहरों को 'उल्लल' कहा जाता है और यही नाम विकृत होकर 'वुलर' पड़ गया।[6][7]

ज़ैनुल द्वीप

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वुलर के पूर्वोत्तरी कोने में ज़ैनुल लंक नामक एक द्वीप है ('लंक' कश्मीरी भाषा में 'द्वीप' के लिए शब्द है)। यह एक कृत्रिम द्वीप है जो सन् १४४४ में कश्मीर के सुलतान ज़ैन-उल-अबदीन​ ने बनवाया था। वे अपनी धार्मिक सहनशीलता के लिए जाने जाते थे और उन्हें हिन्दूमुस्लिम कश्मीरी लोग इज़्ज़त से 'बुड शाह' (यानि बड़े शाह या महान शाह) के नाम से याद करते हैं। १५वीं सदी के कश्मीरी इतिहासकार जोनराज के अनुसार यह द्वीप बुड शाह ने नाविकों को वुलर में तूफ़ानी स्थितियों में आश्रय देने के लिए बनवाया था। इसपर अभी भी खँडहर मौजूद हैं। जिस काल में उन्होंने यह द्वीप बनवाया था उस समय वुलर थोड़ी अधिक बड़ी थी और टापू झील के बीच में था। धीरे-धीरे वुलर एक तरफ़ से सूखकर सिकुड़ गई और द्वीप अब उसके एक कोने में है।[8]

इन्हें भी देखें

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  1. National Wetland Atlas: Jammu and Kashmir, Ministry of Environments and Forests, Government of India, accessd 2012-11-07
  2. "Jammu, Kashmir, Ladakh: Ringside Views," Onkar Kachru and Shyam Kaul, Atlantic Publishers, 1998, ISBN 9788185495514
  3. "District Census Handbook, Jammu & Kashmir Archived 2016-05-12 at the वेबैक मशीन," M. H. Kamili, Superintendent of Census Operations, Jammu and Kashmir, Government of India
  4. "Restoration of Panchayats in Jammu and Kashmir," Joya Roy (Editor), Institute of Social Sciences, New Delhi, India, 1999
  5. "Land Reforms in India: Computerisation of Land Records," Wajahat Habibullah and Manoj Ahuja (Editors), SAGE Publications, India, 2005, ISBN 9788132103493
  6. Ramsar Sites of India: Wular Lake, Jammu and Kashmir Archived 2018-12-14 at the वेबैक मशीन, World Wide Fund for Nature, India, 1994, ... The name "Vulla" from which the present name Wular or Volar (Vulgo Woolar) seems to have been derived, is found in the Janarajas chronical and can bejnterpreted as 'turbulent' or the lake with high-going waves' ...
  7. Imperial Gazetteer of India Archived 2016-05-11 at the वेबैक मशीन, Sir William Wilson Hunter, pp. 387, Clarendon Press, 1908, ... Wular Lake - Lake in Kashmir State ... bad reputation among the boatmen of Kashmir, for when the winds come down the mountain gorges, the quiet surface of the lake changes into a sea of rolling waves ... corruption of ullola, Sanskrit for 'turbulent' ... The ancient name is Mahapadmasaras, derived from the Naga Mahapadma, who is located in the lake as its tutelary deity ...
  8. The valley of Kashmir, Sir Walter Roper Lawrence, pp. 20, H. Frowde, 1895, ... In the north-east corner is an island made by the great Kashmiri king Zain-ul-abadin, and the ruins on it show that it must have been a place of great beauty. It is said that the good king built the island as a storm refuge for boats ...